- दुर्ग में सबसे बड़ा आंकड़ा इससे पहले रायपुर में 17 सितंबर को मिले थे 1109
- रायपुर में 796 मरीज, गुढ़ियारी के 7 इलाकों में बाजार पूरी तरह बंद, 5 दिन में आईसीयू में 80 मौतें
- पुराने पुलिस मुख्यालय के एडीजी समेत 7 पुलिसकर्मी पॉजिटिव मिले
छत्तीसगढ़ में शनिवार को कोरोना के 3162 नए संक्रमित मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा दुर्ग के 1128 मामले शामिल हैं। यह अब तक का किसी जिले की सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले रायपुर में 17 सितंबर को 1109 केस सामने आए थे।
पिछले 24 घंटे में 13 संक्रमितों की मौत भी हुई है। रायपुर जिले में 796 केस मिले हैं। पुराने पुलिस मुख्यालय के एडीजी समेत 7 पुलिसकर्मी पॉजिटिव मिले हैं। शहर में 9 नए कंटेनमेंट जोन और बनाए गए हैं। पुराने मिलाकर रायपुर में अब 13 कंटेनमेंट जोन हो गए हैं।
सबसे ज्यादा हालात गुढ़ियारी इलाके में बिगड़े हैं। केवल यहीं 7 इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाकर वहां बाजार बंद कर दिया गया है। केवल मेडिकल इमरजेंसी के लिए लोगों को निकलने दिया जा रहा है। जरूरत के सारे सामानों की होम डिलीवरी की जाएगी।
शनिवार को शहर में सबसे ज्यादा कंटनेमेंट जोन तहत गुढ़ियारी इलाके में बनाए गए हैं। यहां पहाड़ी लोधीपारा, गांधी नगर मुर्रा भट्टी, नया तालाब, बड़ा अशोक नगर, छोटा अशोक नगर, दीक्षा नगर और सुखराम नगर इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इन इलाकों में 5-5 से ज्यादा केस मिले हैं। इसके अलावा टिकरापारा देवपुरी के कृष्णापुरी में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। नौंवा कंटेनमेंट जोन धरसीवा ब्लॉक के धनेली में बनाया गया है। यहां थोक में 28 से ज्यादा केस मिले हैं।
इन सभी इलाकों में कंटेनमेंट जोन में एंट्री और बाहर जाने के लिए केवल एक गेट ही रहेगा। लोगों को इमरजेंसी सुविधा और आवश्यक चीजें इसी रास्ते से पहुंचाई जाएंगी। कंटेनमेंट जोन के दायरे में आने वालों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं मिलेगी। आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी के लिए इंसीडेंट कमांडर अनुमति देंगे। कंटेनमेंट जोन में सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लागू रहेगी।
पांच दिन में आईसीयू में मौत के आंकड़े बढ़े
प्रदेश में मौत के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी के बीच अब आईसीयू में मरने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हेल्थ विभाग के डेथ ऑडिट के मुताबिक 23 से मार्च 27 के बीच 80 से अधिक मरीजों की मौत आईसीयू में हुई। इसमें कुछ पेशेंट 35 से 50 साल के हैं। ज्यादातर मामलों में मरीज अस्पताल में भर्ती होने में देर कर रहे हैं। इस वजह से उनकी हालत गंभीर हो जाती है। मरीज जब तक अस्पताल पहुंचते हैं, तब तक उन्हें बचाना मुश्किल हो चुका रहता है।
23 मार्च | 10 |
24 मार्च | 24 |
25 मार्च | 16 |
26 मार्च | 20 |
प्राइवेट में कोरोना इलाज की फीस तय
शासन ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना इलाज की फीस तय कर दी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार सर्वसुविधा युक्त नेशनल एक्रेडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल यानी एनएबीएच अस्पतालों में बगैर आईसीयू इलाज वाले मरीजों को रोज का 4000 शुल्क देना होगा। इसी तरह आईसीयू वाले मरीजों को 8500 और आईसीयू में वेंटिलेटर वाले मरीजों को 11 हजार फीस लगेगी। इसमें पीपीई किट के 1200 रोज के शामिल हैं।
वहीं ऐसे अस्पताल जिनको एनएबीएच मान्यता नहीं मिली है, उनमें बगैर आईसीयू वाले मरीज को रोज का 3500 शुल्क देना होगा। आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए 7500 और आईसीयू में वेंटिलेटर पर इलाज करवाने वाले पेशेंट के रोज के 11 हजार लगेंगे। दोनों ही श्रेणी के अस्पतालों में मरीज के अस्पताल में रहने, खाने पीने, कांउसलिंग, नर्सिंग चार्ज, बिस्तर का चार्ज, डिस्चार्ज से पहले कोरोना की जांच का खर्च भी शामिल है। निजी अस्पतालों में कोरोना डेडबॉडी के स्टोरेज और ले जाने के लिए 2500 रुपए निर्धारित किए गए हैं।
दूसरे राज्यों से 72 घंटे के लिए आने वालों का क्वारेंटाइन नहीं
रायपुर में किसी कामकाज के लिए केवल 72 घंटे के लिए आ रहे हैं उन्हें 7 दिन तक होम क्वारेंटाइन नहीं रहना होगा। हालांकि वो अनावश्यक रूप से शहर में नहीं घूम सकेंगे। इसके पहले 24 मार्च को जारी आदेश में दूसरे राज्यों से आने वाले सभी लोगों के लिए 7 दिन का होम क्वारेंटाइन अनिवार्य किया गया था। इसी आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश ने जताई चिंता, कहा- प्रशासन अलर्ट
कोरोना के आंकड़ों में वृद्धि होने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने चिंता जताते हुए कहा कि मुख्य सचिव लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जो भी आवश्यक कार्यवाही होगी, हम करेंगे। प्रशासन अलर्ट है। सार्वजनिक रूप से होली न खेलें, घर में ही खेलें।
पहली बार एक दिन में रिकॉर्ड 1.14 लाख को वैक्सीन लगी
प्रदेश में शनिवार को पहली बार एक ही दिन में रिकॉर्ड 1 लाख 14 हजार लोगों को वैक्सीन लगायी गई। अब तक औसतन 70-80 हजार ही टीके लगाए जा रहे थे। अब कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद वैक्सीन पर फोकस बढ़ाया गया है।