- बढ़ते कोरोना संक्रमण को नियंत्रण करने प्रशासन की सख्ती
- कोरोना चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन की कड़ाई
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने 6 से 14 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन का एलान किया है। इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं की छूट रहेगी। जिले की सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, फैक्ट्री, गोदाम और साप्ताहिक बाजार बंद रहेगे। इमरजेंसी उत्पाद करने वाली फैक्ट्रियों को छूट दी जायेगी। वहीं धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल को भी बंद कर दिया जाएगा। आवागमन भी बंद रहेगा। यात्री बसें भी नहीं चलेगी।
कलेक्टर ने आम लोगों से की अपील
दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आम नागरिकों से अपील की है। जिले में संक्रमण के तेज गति को नियंत्रित करने यह बहुत जरूरी है। लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना की गतिशीलता को नियंत्रित किया जाए। इसके लिए नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है। पूर्व में जिले में लॉकडाउन लगाए गए थे। और जन सहयोग से कोरोना की पहली लहर को रोक पाने में सफलता मिली थी। इस बार भी कोविड संकट के दौर में धैर्य की जरूरत है, जिससे कोविड संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित किया जा सके। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि घर में रहें, सुरक्षित रहें। पिछली बार की तरह हमलोगों ने लॉकडाउन में सम्पूर्ण संयम का परिचय दिया तो कोविड की गंभीरता से पूरी तरह से बच सकेंगे।
जारी रहेगा टीकाकरण
कलेक्टर ने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से नजदीकी टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाने का आग्रह किया है। उन्होंने लोगो से अपील की है कि कोरोना के लक्षण उभरते ही टेस्ट कराएं। साथ ही पॉजिटिव आने पर चिकित्सक की सलाह पर कार्य करें। पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने पर भी टेस्ट कराएं। पॉजिटिव मरीजों के आइसोलेशन का पूरा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जिले के सामने यह कठिन परिस्थिति है। यदि इस समय पूरे संयम और हिम्मत से इस परिस्थिति का मुकाबला किया। तो निश्चय ही हम अपने परिवारजनों और प्रियजनों को इस विपदा से सुरक्षित रख सकेंगे।