नई दिल्ली: भारत में कोरोना की दूसरी लहर विस्फोटक हो गई है। देश में कोरोन महामारी की वजह से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है। देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से मरीजों की सांसों थम रही है।
इस महासंकट के बीच अमेरिका से भारत के लिए डरावनी खबरें आई है। अमेरिकी स्टडी में दावा किया गया है कि भारत में अभी कोरोना का पिक नहीं आया है और आने वाले दिनों में यहां हालात और भी बिगड़ सकते हैं। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई में भारत में कोरोना महामारी से हर दिन 5 हजार से ज्यादा मौतें हो सकती है।
आईएचएमई के विशषज्ञों ने स्टडी के मुताबिक मई में कोरोना के मामले एक दिन में आठ लाख को पार कर सकते हैं। वहीं इससे पांच हजार लोगों की हर दिन मौत हो सकती है। साथ ही इसमें दावा किया गया है कि मई के मध्य में भारत में कोरोना अपनी पीक पर होगा। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल से लेकर अगस्त महीने के बीच भारत में कोरोना महामारी से तीन लाख लोगों की मौत हो सकती है।
साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 मई तक भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5600 तक पहुंच सकती है। वहीं 12 अप्रैल से 1 अगस्त के बीच भारत में 3 लाख 29 हजार लोगों की मौतों हो सकती है। जबकि मई के दूसरे हफ्ते तक एक दिन में कोरोना के नए मरीजों की संख्या 8 लाख के आंकड़े को पार कर सकती है।
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार कोरोना वैक्सीनेशन ही कम हो सकती है।