कोरोना की दूसरी लहर के बीच देश में क्रिकेट का त्योहार कहे जाने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आयोजन किया जा रहा है। इसे लेकर लोगों में दोहरे मत सामने आ रहे हैं। कुछ लोग महामारी के विकराल रूप के बीच लीग जारी रखने को सही नहीं मान रहे। तो कुछ लोगों का कहना है कि टूर्नामेंट अपने तय शेड्यूल के हिसाब से ही चलते रहना चाहिए। इसके लिए भास्कर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक सर्वे कराया।
इसमें सबसे ज्यादा 56.8% लोगों का मानना है कि जब कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है, ऐसे में टूर्नामेंट को जारी रखना ठीक नहीं होगा। वहीं, 43.2% लोग चाहते हैं कि टूर्नामेंट जारी रखा जाए। इसे टालने या इसके शेड्यूल में किसी तरह के बदलाव जरुरत नहीं है।
अश्विन समेत 4 खिलाड़ी नाम वापस ले चुके
इससे पहले रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और राजस्थान रॉयल्स के फास्ट बॉलर एंड्रयू टाई ने टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया था। इसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के एडम जम्पा और केन रिचर्डसन ने भी टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया। हालांकि BCCI के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि IPL चलता रहेगा। टूर्नामेंट पर कोई खतरा नहीं है। बोर्ड नाम वापस लेने वाले खिलाड़ियों के रास्ते में नहीं आएगा।
इस वक्त खिलाड़ी देश में सबसे सुरक्षित लोग : पोंटिंग
दिल्ली कैपिटल्स टीम के कोच रिकी पोंटिंग ने भी कहा कि खिलाड़ियों के बीच ग्राउंड के अंदर के प्रदर्शन से ज्यादा बाहर जो हो रहा है, उसकी चर्चा हो रही है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस वक्त शायद खिलाड़ी देश में सबसे सुरक्षित लोग हैं।
कई फ्रेंचाइजी ने भी जताई है आपत्ति
सूत्रों ने भास्कर को बताया है कि करीब चार फ्रेंचाइजी ने भी कहा कि ऐसे माहौल में उनके खिलाड़ी ट्रैवेल नहीं करना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने लीग रद्द करने की कोई लिखित मांग नहीं की है।
कमिंस ने PM केयर्स फंड में 38 लाख रुपए दान किए
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई उप-कप्तान और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) से खेलने वाले तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कोरोना से जंग के लिए PM केयर्स फंड में 50 हजार डॉलर (करीब 38 लाख रुपए) डोनेट किए। उन्होंने यह पैसे भारत के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई दुरुस्त करने के लिए दिए हैं। कमिंस ने कहा कि आइसोलेशन में मौजूद लोगों के लिए IPL इंजॉय करने का जरिया है। इससे हम उन्हें खुश रखने की कोशिश कर रहे हैं।