लॉकडाउन लगने के बाद राज्य में पहली बार महाराष्ट्र में संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में बड़ी कमी देखने को मिली है। पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 48,700 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। 1 मार्च के बाद यह महाराष्ट्र में मिले सबसे कम मरीज हैं। हालांकि, इसी दौरान राज्य में कुल 534 लोगों की मौत हुई हैं। पिछले 24 घंटे में कुल 71,736 कोरोना मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। अब राज्य में 6,74,770 एक्टिव पेशेंट, यानी इलाज करा रहे मरीज हैं। राज्य में अब तक 43 लाख 43 हजार 727 कोरोना मरीज हैं और 65,284 की मौत हो चुकी है।
मुंबई में कम केस आने की वजह क्या कम टेस्टिंग है
इस बीच मुंबई में एक बार फिर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार कम हुआ है। पिछले 24 घंटे के दौरान यहां सिर्फ 3,876 मरीज मिले हैं। आर्थिक राजधानी में लगातार कम होते केस के बाद BMC इसका श्रेय लेने में जुटी हुई है। हालांकि, आंकड़ों के एनालिसिस से पता चला है कि पिछले 7 दिनों के दौरान BMC की ओर से टेस्टिंग में भी कमी की गई है। इसी के साथ मुंबई का रिकवरी रेट बढ़कर 87% हो गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान शहर में 70 लोगों की मौत भी हुई है। मुंबई में अब तक कोरोना से 6 लाख 31 हजार 527 संक्रमित ठीक हो चुके हैं।

वैक्सीनेशन में राज्य ने बनाया नया रिकॉर्ड
महाराष्ट्र में एक दिन में 5 लाख लोगों को वैक्सीन दी गई है। एक दिन में किसी राज्य में संक्रमित मरीजों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह आंकड़ा सोमवार शाम 6 बजे तक का है। इससे पहले 3 अप्रैल को 4 लाख 62 हजार 735 लोगों को वैक्सीन दी थी। यहां अब तक यहां 1 करोड़ 48 लाख लोगों को टीका लग चुका है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस बात के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम से जुड़े सभी अधिकारियों, डॉक्टरों, कर्मचारियों का अभिनंदन किया है।

महाराष्ट्र में 1 मई से टीकाकरण पर संशय बरकरार
18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण 1 मई से पूरे देश में शुरू होने जा रहा है। यह राज्य का सबसे बड़ा डेमोग्राफिक ग्रुप है। हालांकि, महाराष्ट्र में वैक्सीन की भरी कमी को देखते हुए इस अभियान पर ब्रेक लग सकता है। इससे पहले 4 कांग्रेस शासित राज्यों और केरल ने 18 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण नहीं करने का निर्णय लिया है।

महाराष्ट्र ने सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को भी लिखा है, लेकिन कोई आधिकारिक रिपॉन्स नहीं मिला है। राज्य के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘अनौपचारिक रूप से हम वैक्सीन निर्माताओं के संपर्क में हैं, लेकिन मौजूदा स्टॉक को केंद्र सरकार की ओर से बुक किया गया लगता है। किस राज्य को कितना स्टॉक सप्लाई करना है, यह तय करने में वैक्सीन निर्माताओं की भूमिका होती है।’