मप्र के बैतूल में कोरोना कर्फ्यू के बीच मां-बेटे की हत्या कर दी गई। वारदात बुधवार रात 8 बजे से 12 बजे के बीच की है। हमलावरों ने रॉड से हमला कर मां और बेटे को मौत के घाट उतार दिया। फिर फरार हो गए। गुरुवार सुबह रेलवे गेट के पास मरामझिरी मेन रोड पर दो लाशें पड़ी होने की सूचना पर पुलिस पहुंची। FSL टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
पुलिस के मुताबिक मृतक सुखिया पति झब्बू उइके (60) और निलेश पिता झब्बू उइके (30) मरामझिरी बैतूल के रहने वाले थे। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। मां-बेटे की हत्या कोतवाली थाना क्षेत्र में रेलवे फाटक के पास मरामझिरी गांव से आधा किलाेमीटर दूर मेन रोड पर ही हुई। मां-बेटे के शव रोड किनारे रातभर पड़े रहे।

दोनों शव के पास उनकी बाइक भी खड़ी मिली। डायल 100 की सूचना पर पाकर चौकी प्रभारी विनोद शंकर सिंह, अरुण स्टाफ के साथ माैके पर पहुंचे। कुछ देर बाद SP सिमाला प्रसाद, SDOP नितेश पटेल, TI संध्या रानी सक्सेना भी मौके पर पहुंचीं। पुलिस के मुताबिक मां-बेटे बाइक से लौट रहे थे। उसी दौरान किसी ने वारदात को अंजाम दिया। दोनों के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं। रॉड से आरोपी ने हमला कर हत्या की है।
बैतूल में कोरोना कर्फ्यू में 10 दिन में दूसरी बार हत्या
बैतूल में कोरोना कर्फ्यू जारी है, लेकिन अपराधों पर अंकुश नहीं लग पा रहा। 10 दिन में हत्या का यह दूसरा बड़ा मामला है। 20 अप्रैल को गंज थाना क्षेत्र में तिहरे हत्याकांड की वारदात हुई। बेटे ने अपने पिता और पड़ोस में रहने वाली दो महिलाओं की हत्या की। 28-29 अप्रैल की रात में कोतवाली थाना क्षेत्र के मरामझिरी में मां-बेटे की हत्या हुई है।
SP सिमाला प्रसाद ने बताया कि मरामझिरी गांव के पास मां-बेटे के शव मिले हैं। हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फिलहाल वारदात करने वाले आरोपी की पहचान नहीं हो पाई। तलाश की जा रही है।