देश के तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु में क्षेत्रीय दलों की बढ़त ने छत्तीसगढ़ में भी कुछ राजनीतिक दलों की उम्मीद बढ़ा दी है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ इन नतीजों से उत्साहित है। जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि इन नतीजों से यह साफ हो गया कि क्षेत्रीय दल ही भाजपा को टक्कर दे सकते हैं।
अमित जाेगी ने ममता बनर्जी, एमके स्टालिन और पिनराई विजयन को जीत की बधाई देते हुए कहा, “2021 के विधानसभा चुनावों ने यह साबित कर दिया कि केवल क्षेत्रीय दल ही भाजपा को टक्कर दे सकते हैं।”
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की अगुवाई में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 2018 में विधानसभा का पहला चुनाव जीता और पांच सीटों पर जीत हासिल की। उस समय जनता कांग्रेस ने बसपा के साथ गठबंधन किया था। बसपा को भी दो सीटें मिली। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने जोगी के राजनीतिक संगठन को क्षेत्रीय दल की मान्यता दे दी। अजीत जोगी और उनके बाद अमित जोगी दूसरे प्रदेशों में काम कर रहे क्षेत्रीय दलों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश लगातार करते रहे हैं ताकि राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों का एक गठबंधन तैयार किया जा सके।
मरवाही में भाजपा के लिए ही मांगा था वोट
अजीत जोगी के निधन के बाद हुए मरवाही विधानसभा उपचुनाव में जनता कांग्रेस के दोनों उम्मीदवारों का पर्चा तकनीकी आधारों पर खारिज हो गया था। उसके बाद सत्ताधारी कांग्रेस के खिलाफ केवल भाजपा प्रत्याशी की ही तगड़ी उम्मीदवारी बची थी। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेताओं ने भाजपा के मंचों से चुनाव प्रचार किया था। भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगा था। लेकिन दोनों दलों की संयुक्त कोशिशों के बावजूद कांग्रेस वहां से चुनाव जीत गई।