पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद भड़की हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं के नुकसान के खिलाफ भाजपा ने देश भर में आज धरना शुरू किया। छत्तीसगढ़ में लाॅकडाउन की वजह से भाजपा के सीनियर नेता अपने घरों के सामने धरने पर बैठे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा, जो बंगाल में हो रहा है लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने हिंसा को तत्काल खत्म कर कानून-व्यवस्था बहाल करने की मांग की।
रमन सिंह ने कहा, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद के तीन दिन में लोकतंत्र के इतिहास को कलंकित करने वाली हिंसा को पूरे देश ने देखा है। महिलाओं को घसीटकर घर से बाहर निकाला जा रहा है। युवकों की पीट-पीटकर हत्या हो रही है। उनके घरों को नष्ट किया जा रहा है। भाजपा के कार्यालय को आग लगाया जा रहा है। यह एक जगह की बात नहीं है। पूरे पश्चिम बंगाल के गांव-गांव में यह किस्सा दोहराया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, सत्ता के मद में चूर ममता बनर्जी के गुंडे उनके इशारे पर जिस तरह का आतंक मचा रहे हैं। ऐसा प्रजातंत्र के इतिहास में कभी नहीं हुआ है। रमन सिंह के निवास पर भाजपा सांसद रामविचार नेताम, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह भी धरने पर बैठे थे। भाजपा का यह धरना शाम 5 बजे तक चलना है।

हिंसा खत्म करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग
भाजपा नेताओं ने कहा, वे लोग पश्चिम बंगाल में हिंसा खत्म करने और हत्या, मारपीट, आगजनी में शामिल लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। डॉ. रमन सिंह ने कहा, जो लोग हिंसा में शामिल हैं, उनके नाम आइडेंटीफाई हैं। उनके ऊपर हत्या का मामला दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई हो।
बृजमोहन अग्रवाल ने की फांसी की मांग
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बृजमाेहन अग्रवाल रायपुर के शंकर नगर स्थित बंगले के बाहर धरने पर बैठे। इस दौरान उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हत्या और दुष्कर्म का आरोप लगाया। उन्होंने हिंसा में शामिल लोगों को फांसी देने की मांग की।
