ए0 एस0 अंसारी- संपादक
मनेन्द्रगढ़/कोरिया
- पीसीसीएफ रायपुर के द्वारा सीएम भुपेश बघेल और वन मंत्री मो अकबर के नाम पर होती है 11 परसेंट कमीशन की वसूली?
- आरटीआई के तहत मांगी गई है जानकारी
वन मंडल में में पदस्थ एक प्रभारी डिप्टी रेंजर ने एक खुलासा करते हुए हमसे कहा कि साहब को 10 परसेंट, मंत्री को 20 परसेंट, सीसीएफ को 10 परसेंट, देता हूँ मैं, और विधायक को अलग से देता हूँ पत्रकारों को हजार दो हजार देकर मैं जेब मे रखता हूँ? मेरा कोई कुछ नही उखाड़ पायेगा? यह बात एक प्रभारी रेंजर ने हमारे सहयोगी स्व कही है? और क्यो कहा ये सब जानते ही है। क्योकि इस प्रकार की बात कोई कोरी कागज हो नही सकती क्योंकि वन मंडल के एक रेंज में पदस्थ एक डिप्टी रेंजर ने यह बात आज कही है। हालाँकि उन्होंने यह बात बहुत जोश में कही है पर सच्चाई कभी कभी जुबान पर आ ही जाती है। अब मंत्री जी, सीसीएफ सरगुजा , पीसीसीएफ रायपुर ही इस मामले में ज्यादा रोशनी डाल सकते है की उनके द्वारा इस डिप्टी रेंजर को रेंजर बनाया ही क्यो गया है ताकि इसके कंधे पर बैठकर कमीशन का खेल खेला जा सके? वरना एक डिप्टी रेंजर को रेंजर का प्रभार नही दिया गया होता। यही नही मनेन्द्रगढ़ वन मंडल में जमकर जंगलो की कटाई हो रही है जिसकी वीडियो नीचे है
इस सम्बंध में हमने वन मंत्री साहब को लिखित में यह बात बताई है तो उनके द्वारा इस मामले में संज्ञान लेकर कार्यवाही करने की बात कही है। मनेन्द्रगढ़ वन मंडल में जितने भी कार्य हुए है जितने भी बिल बाउचर बने है और जो भी लेबर भुगतान हुआ है उन लेबरों की जांच तथा कार्य की गुणवत्ता सहित बनाये गए बाउचर की जांच किया जाना अति आवश्यक है यदि जांच होती है या जांच में लीपापोती होती है या जांच नही होती है तो इस स्थिति में यह मामला ज्यादा संगीन है। इस बावत इसका सबसे ज्यादा जानकारी वन मंत्री मोहम्मद अकबर ही दे सकते है।
अगली खबर का प्रकाशन मो अकबर वन मंत्री से जानकारी लेने के बाद कि जाएगी।