6 साल पुरानी हेडलाइन : अंडर गारमेंट्स में ड्रग्स छिपाती थी मॉडल, पकड़ी गई
9 दिन पुरानी हेडलाइन : महिला ने प्राइवेट पार्ट में छुपाई 6 करोड़ की ड्रग्स
ये 2 हेडलाइन बताती हैं कि ड्रग्स स्मगलिंग का तरीका कितना बदल गया है। कुछ साल पहले तक अंडर गारमेंट्स में गोल्ड और ड्रग्स स्मगलिंग की जाती थी। अब इंटरनेशनल ड्रग माफिया ने ह्यूमन बॉडी को ही ‘ड्रग कैरियर’ बना दिया है। पुरुषों और महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में गोल्ड और ड्रग्स छिपाकर स्मगलिंग की जा रही है। ऐसा करने से उनकी जान तक को खतरा होता है। यही जानने के लिए दैनिक भास्कर ने ऐसे ड्रग्स कैरियर की सोनोग्राफी निकाल पड़ताल की।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये ह्यूमन ड्रग कैरियर जान जोखिम में डालकर करोड़ों के ड्रग्स की स्मगलिंग महज फ्री फ्लाइट टिकट और 20 हजार रुपए से 1 लाख तक के कमीशन के लालच में कर रहे हैं। प्राइवेट पार्ट के जरिए स्मगलिंग का ट्रेंड इस कदर बढ़ा है कि जयपुर एयरपोर्ट पर ही 1 महीने में DRI व कस्टम ने 5 लोगों को पकड़ा है। ये प्राइवेट पार्ट में गोल्ड और ड्रग्स छिपाकर लाए थे। प्राइवेट पार्ट में छिपाए ड्रग्स को ढूंढ पाना कितना मुश्किल है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक केस में मेडिकल टीम को युगांडा की महिला के प्राइवेट पार्ट में छिपाई करीब 16 करोड़ की ड्रग्स को निकालने में 11 दिन लग गए। इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया इन महिलाओं-पुरुषों के प्राइवेट पार्ट तक कैसे ड्रग्स पहुंचाता होगा ?