कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हरियाणा कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई को कांग्रेस कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के पद सहित पार्टी के सभी पदों से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया। बताया जा रहा था कि आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए कार्रवाई की मांग की गई थी।
नियम चुनिंदा रूप से लागू होते हैं : बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi expelled)
वहीं, बिश्नोई ने पार्टी पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि “नियम चुनिंदा रूप से लागू होते हैं”।
उन्होंने कहा “अगर @incindia ने 2016 में यह तेजी से और दृढ़ता से काम किया होता और हर दूसरे महत्वपूर्ण अवसर पर वे चूक जाते, तो वे इतने गंभीर संकट में नहीं पड़ते।
कुछ नेताओं के लिए कांग्रेस के नियम भी हैं और कुछ के लिए अपवाद। नियम चुनिंदा रूप से लागू होते हैं। अनुशासनहीनता को अतीत में बार-बार नजरअंदाज किया गया है। मेरे मामले में, मैंने अपनी आत्मा की सुनी और अपनी नैतिकता पर काम किया।”
बिश्नोई की क्रॉस-वोटिंग
कांग्रेस के उम्मीदवार अजय माकन, जिन्हें कई लोगों ने जीतना सुनिश्चित माना था, बिश्नोई के क्रॉस-वोट के बाद राज्यसभा सीट हासिल करने में विफल रहे और एक अन्य विधायक का वोट अमान्य घोषित कर दिया गया।
Had @incindia acted this swiftly & strongly in 2016 & on every other critical opportunity they’ve missed, they wouldn’t have been in such dire straits. 1/2 pic.twitter.com/3PoFkyA32r
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) June 11, 2022
कांग्रेस के अनुसार, बिश्नोई ने पार्टी के उम्मीदवार अजय माकन को वोट देने के बजाय, कार्तिकेय शर्मा को क्रॉस वोट दिया। जिन्होंने भाजपा और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी द्वारा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।