मेडिकल स्टोर का मालिक भी है। ये कारोबारी अपनी दवा की दुकान में नशीली टेबलेट रखता था और इसे तस्करों को बेचा करता था।
रायपुर की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को खबर मिली कि चुनाभट्टी इलाके में अंडर ब्रिज के नीचे एक शख्स कुछ नशीली टेबलेट की डीलिंग करने पहुंचा है। मुखबिर से मिले इस इनपुट के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंची । युवक को दबोच लिया गया, पूछताछ में युवक ने अपना नाम दीपक राव बताया। दीपक गुढ़ियारी इलाके का रहने वाला है इसके पास से पुलिस को नाइट्रोटेन, लोमोटिल और स्पास्मो नाम की टेबलेट मिली।

यह टेबलेट दीपक के पास कैसे पहुंची यह पूछे जानेपर दीपक ने बड़ा राज खोला । दीपक ने बताया कि महासमुंद का एक मेडिकल स्टोर मालिक उसे यह टेबलेट देता था । वह इसे बाजार में खपा दिया करता था । मेडिकल स्टोर के मालिक का नाम मनोज बंसल है, दीपक से मिले इनपुट के बाद रायपुर की पुलिस महासमुंद पहुंची।
मनोज बंसल फरार ना हो जाए इसका पूरा ध्यान रखते हुए पुलिस की टीम महासमुंद के पिथौरा गई। मनोज बंसल के बंसल मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। पुलिस को देखकर हड़बड़ाए मनोज को कुछ नहीं सूझा। दवाई के स्टॉक को लेकर वह कई तरह के बहाने करने लगा । मेडिकल स्टोर के अंदरूनी कमरे की तलाशी लेने पर पुलिस को यहां पर प्रतिबंधित नशीली टेबलेट मिली।
इसके बाद मनोज ने दीपक को टेबलेट दिए जाने की बात कबूली। मेडिकल स्टोर चलाने वाला मनोज मुनाफे की खातिर नशीली टेबलेट दीपक राव जैसे बदमाशों को बेच दिया करता था । पुलिस अब इसका पुराना रिकॉर्ड भी खंगाल रही है ताकि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा सके। फिलहाल दीपक और मनोज गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनके पास से 1200 नाइट्रोटेन टेबलेट, 600 लोमोटिल टेबलेट 240 स्पास्मो टेबलेट मिले हैं।
5 दिन में एक करोड़ से ज्यादा का माल बरामद
5 दिन पहले रायपुर की पुलिस ने शहर के अलग-अलग थाना इलाकों से कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया था । इनके पास से 1. 99 लाख टेबलेट मिली थी। जिनकी कीमत बाजार में 1 करोड़ रुपए है। 12 अक्टूबर को इसी तरह की कार्रवाई में आजाद चौक थाना इलाके में भी 6 लोग गिरफ्तार हुए थे जिनके पास से 12 लाख के अल्प्राजोलम टेबलेट बरामद किए गए हैं । दरअसल हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नशे की इन धंधों के खिलाफ पुलिस को एक्शन लेने के निर्देश दिए थे।