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दिल्ली की तीनों बड़ी पार्टी आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के नेता मैदान में उतर चुके हैं. आम आदमी पार्टी ने बड़ी घोषणा करते हुए दिल्ली में तकरीबन 11 सौ छठ घाट बनाने के लिए बड़ी चाल चल दी है.
दिल्ली में दिवाली खत्म होते हीं छठ महा व्रतियों के लिए बाजार सजने लगा है. जहां एक तरफ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं के नाम पर अलग-अलग जगह पर इंतजाम होने लगे तो वहीं राजनीतिक दल इन श्रद्धालुओं के जरिए उनकी आस्था पर पहुंच कर वोट बैंक पर निगाह लगाए हुए हैं. 40 लाख पूर्वांचल वासियों की इस भीड़ को उनके महापर्व के साथ मिलकर अपने सहयोग दिखा उनके वोट को अपने पक्ष में करना चाहते हैं. जहां तक पूरी दिल्ली की बात है यह तीनों बड़ी पार्टी आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के नेता मैदान में उतर चुके हैं.
आम आदमी पार्टी ने बड़ी घोषणा करते हुए दिल्ली में तकरीबन 11 सौ छठ घाट बनाने के लिए बड़ी चाल चल दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए घोषणा करते हुए एक बड़ा बजट सभी इलाके के लिए दे दिया है. इसका फायदा पूर्वांचल वासियों को यह मिल रहा है कि जिस पर वह चंदे करके घाट बनाते थे. वहां दिल्ली सरकार की फ्लड डिपार्टमेंट की टीम काम कर रही है .
गड्ढे खोदने से लेकर, बाउंड्री बनाने से लेकर, टेंट लगाने से लेकर तमाम सारी सुविधाएं सरकारी ऑफिसर खुद ही स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सुनिश्चित कर रहे हैं. छतरपुर के निवासी अंजनी कुमार झा बताते हैं छठ महापर्व में व्रतियों के लिए घाट बनाने के लिए तकरीबन 1 महीने पहले दिल्ली सरकार की फ्लड विभाग के अधिकारी आकर मौके का मुआयना कर चुके हैं. 10 दिन से घाट बनाने के लिए तीन लगा दी गई है. साफ सफाई हो गई है. गड्ढे खोदे जा हैं. हम लोग स्थानीय लोगों के मुताबिक ही व्यवस्था अधिकारी करते हैं.
आम आदमी पार्टी दिल्ली में बनाएंगी 11 सौ घाट
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 11 सौ घाट बनाने के लिए अपने सभी विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी कर दिया है. जगह-जगह कार्यकर्ता लगे हुए स्थानीय लोगों के संपर्क के साथ काम कर रहे हैं. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी अपने कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों वह नेताओं को निर्देश दिया है कि वह हर तरीके से छठ महा व्रतियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहयोग करें.
गौर करने की बात यह है इससे पहले भी एमसीडी में बीजेपी ही रही है इसलिए स्थानीय निगम पार्षद को यह जिम्मेदारी दी गई है साथ में लोकल लेवेल के पार्टी पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है.
भाजपा कांग्रेस भी वोटरों को साधने के लिए मैदान पर उतरी
वही इस काम में पूर्वांचल के बड़े नेता मनोज तिवारी 2 महीने पहले से वोटरों को साधने में लगे हुए है. जहां तक कांग्रेस की बात है तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने भी अपने पुराने सभी बड़े नेताओं को सहयोग करने के लिए किया है और सब की निगाह नगर निगम के चुनाव पर है. जिसकी घोषणा कुछ ही दिनों में होने वाली है और छठ व्रती और उनके परिवारों का आशीर्वाद जिनको मिल पाएगा. वहीं इस नए निगम में चुनकर आएंगे और उसी पार्टी की जीत दर्ज होगी और मेयर स्टैंडिंग कमिटी मेयर तमाम सारे पदों पर उनका हक होगा. यानि यह छठ पूजा राजनीतिक दलों के लिए बहुत बड़ा मैदान बन चुका है.