मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के हर हायर सेकेंडरी (12th) स्कूल में टॉपर छात्राओं के साथ छात्रों को भी ई-स्कूटी देने की घोषणा की है। मंगलवार को भोपाल के रविंद्र भवन में उन्होंने कहा, इस साल हम 12th के 78 हजार बच्चों को लैपटॉप देंगे। हायर सेकेंडरी (12th) में जो बेटी स्कूल टॉपर होगी, उसे ई-स्कूटी दी जाएगी। लेकिन, आज मैं सोच रहा हूं कि अब बेटों को भी दे डालूं। हम यह तय करते हैं कि हायर सेकेंडरी स्कूल के टॉपर छात्र को भी ई-स्कूटी दी जाएगी।
CM ने रविंद्र भवन में 10वीं-12वीं के टॉपर्स और UPSC में सिलेक्टेड मध्यप्रदेश के कैंडिडेट्स को सम्मानित किया। उन्होंने कहा, पहले MP के बहुत कम बच्चे UPSC में सिलेक्ट होते थे। अब हमारे 53 बच्चे सिलेक्ट हुए हैं। 2020 में 38, 21 में 39 और इससे भी तीन साल पहले देखें तो 15 से 20 का औसत रहता था।
10th-12th में भी बेटा-बेटी आगे बढ़ें। प्रतिभा गांव, शहर, अमीरी, गरीबी नहीं देखती। जीवन में बड़ा करो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही देख लो। एक चाय बेचने वाले परिवार में जन्म लेकर आज दुनिया में भारत की जय-जयकार करा रहे हैं।
गांव में भी तैयारी की जा सकती है
UPSC में सिलेक्ट हुए दतिया के शिवम यादव ने कहा, मेरी एजुकेशन ग्वालियर से हुई। BSF स्कूल टेकनपुर से 10वीं-12वीं किया। UPSC मेरा पहला प्रयास था। तैयारी घर पर रहकर की। इंटरनेट से पढ़ाई की।आज हर चीज ऑनलाइन उपलब्ध है। UPSC की तैयारी अब गांव में रहकर भी की जा सकती है। शिवम की 21वीं रैंक आई है।
सक्सेस के पीछे तीन पिलर
UPSC में 26वीं रैंक लाने वाली गुंजिता अग्रवाल ने कहा, मुझे लगता है कि किसी भी स्टूडेंट की सक्सेस के पीछे तीन पिलर होते हैं। पहला माता-पिता, दूसरा स्कूल और कॉलेज, तीसरा कम्युनिटी। मुख्यमंत्री ने भोपाल को इंटेलेक्चुअल कैपिटल बनाने की घोषणा की। आप सभी इसका हिस्सा बनिए, खूब पढ़िए। सक्सेस जरूर मिलेगी। गुंजिता भोपाल से हैं।
मन के हारे हार, मन के जीते जीत
UPSC में 47th रैंक लाने वाली संस्कृति सोमानी ने कहा, मैंने एग्जाम की तैयारी बदनावर (धार) से ही की। जो भी इस एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए मैं मूल मंत्र देना चाहती हूं कि मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। मध्यप्रदेश सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं कि 24 घंटे बिजली – इंटरनेट की सुविधा मिली। कोरोना वायरस के समय पढ़ाई निरंतर जारी रख पाई।