बालोद :—कलेक्टर कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में बालोद जिले के समस्त विद्यालयों में नवीन शिक्षा सत्र 2023-24 में शाला प्रवेशोत्सव के आयोजन एवं पूर्व तैयारी हेतु जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बैठक ली गई। इस अवसर पर प्रत्येक विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव मनाने एवं पूर्व तैयारी हेतु दिशा निर्देश दिए गए। समस्त विद्यालयों में साफ सफाई एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने, भवन निर्माण सामग्री शाला परिसर या आस-पास न रहें, मध्यान्ह भोजन कक्ष की साफ-सफाई के साथ ही खाद्य पदार्थों को सावधानी पूर्वक सफाई करने तथा समुचित व्यवस्था करते हुए शाला प्रवेश उत्सव में नवप्रवेशी बच्चे नियमित अध्ययनरत् बच्चे एवं उसके पालकगण, शाला प्रबंधन समिति के समस्त सदस्य अंगना में शिक्षा कार्यक्रम से जुड़ी माताएं स्थानीय स्तर पर विभिन्न निकायों / विभागों में सेवारत एवं सेवा निवृत्त अधिकारी कर्मचारीगण / विभिन्न सामुदायिक संगठन प्रमुख तथा जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कराने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही शाला प्रवेशोत्सव के दिन विद्यालय के सभी बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश वितरण किया जावें तथा शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली समस्त योजनाओं से कोई भी बच्चें वंचित न रहे इस बात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए।
स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के परिपालन एवं कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा समस्त विकासखण्डों में समस्त प्राचार्यों एवं संकुल समन्वयकों का विकासखण्ड स्तरीय बैठक आहुत कर शाला प्रवेश उत्सव 2023-24 की आयोजन एवं आयोजन की पूर्व तैयारी पर समीक्षा बैठक में बिन्दुवार दिशा निर्देश प्रदान करते हुए कहा गया कि विद्यालयों में शतप्रतिशत बच्चों का नामांकन एवं ठहराव, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत निर्माण कार्यों की प्रगति स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की प्रगति पर चर्चा, सायकल वितरण प्रगति, गणवेश वितरण प्रगति, निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण, छात्रवृत्ति पोर्टल अपडेट की अद्यतन स्थिति, विभागीय पोर्टल में शिक्षकों की जानकारी लंबित पेंशन प्रकरणों पर चर्चा, न्यायालयीन प्रकरणों पर चर्चा, सर्वभौमिक गुणवत्ता तथा यूडाईस पोर्टल पर समस्त बच्चों की प्रविष्टि दिव्यांग बच्चों का चिन्हाकन एवं1 नNनNनन हनन, नन। न। शत् प्रतिशत शाला में प्रवेश, व्यवसायिक शिक्षा विभिन्न अनुदान का उपयोगिता प्रमाण पत्र, छात्रवृत्ति परीक्षाफल एवं जाति निवास प्रमाण पत्र विशेष चर्चा करते हुए प्रत्येक विद्यालय का सफलता की कहानी को लिपिबद्ध करते हुए समस्त शालेय गतिविधियों का फोटोग्राफ्स को एलबम में संकलित करने एवं शाला में शिक्षकों की समय पर नियमित उपस्थिति अनिवार्यतः सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।