
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग को राज्य में 24 घंटे के भीतर सेंट्रल फोर्स के 82 हजार जवान तैनात करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने पंचायत चुनाव के नॉमिनेशन के दौरान कागजों में छेड़छाड़ की शिकायत पर CBI जांच का भी आदेश दिया है। दो कैंडिडेट ने चुनाव रिटर्निंग ऑफिसर पर डॉक्यूमेंट में बदलाव करने का आरोप लगाया था।
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव की वोटिंग होनी है। राज्य में चुनाव से पहले कई जगह हिंसा हुई है। इसे रोकने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट ने सेंट्रल फोर्स की तैनाती का आदेश दिया था।
इस फैसले के खिलाफ राज्य चुनाव आयोग और राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। 20 जून को सुप्रीम कोर्ट ने इनकी याचिका खारिज कर दी। SC ने हाईकोर्ट के फैसले में दखल देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद बुधवार को हाईकोर्ट ने नया आदेश दिया।
CBI को 5 जुलाई तक जांच रिपोर्ट देने को कहा
नॉमिनेशन में छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाले दोनों कैंडिडेट हावड़ा जिले के उलुबेरिया-1 ब्लॉक के हैं। उनका कहना है, वे ओबीसी-ए कैटेगरी के हैं। उनके पास सर्टिफिकेट भी है, लेकिन पंचायत चुनाव अधिकारी के दस्तावेजों में SC-W लिखा है और फाइल को अटका दिया गया है।
जस्टिस अमृता सिन्हा ने CBI को 5 जुलाई तक आरोप की जांच करने और 7 जुलाई को अदालत के सामने एक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया, तब मामले की फिर से सुनवाई होगी।
अब पढ़िए बंगाल पंचायत चुनाव में सेंट्रल फोर्स की तैनाती क्यों करनी पड़ी…
बंगाल हिंसा की तस्वीरें…



कब-कब हुई हिंसा…
18 जून : पंचायत चुनाव को लेकर को कूच बिहार के साहेबगंज में भाजपा कैंडिडेट विशाखा दास किस्मत के रिश्तेदार शंभूदास की हत्या कर दी गई थी। भाजपा ने इस हत्या के लिए TMC को जिम्मेदार बताया था।
17 जून : साहेबगंज में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर भी हमला हुआ था। प्रमाणिक साहेबगंज स्थित ब्लॉक ऑफिस जा रहे थे। यहां कैंडिडेट्स की स्क्रूटनी का काम चल रहा था।
17 जून : मालदा जिले के कलियाचक में TMC नेता की हत्या का मामला सामने आया था। मुस्तफा शेख की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। TMC ने शेख की हत्या का आरोप भाजपा समर्थकों पर लगाया था।
14 जून : साउथ 24 परगना जिले के कैनिंग में कैंडिडेट्स के नॉमिनेशन के दौरान सत्ताधारी TMC के दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई थी। दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर बम से हमला कर दिया था।
13 जून : इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) और तृणमूल कांग्रेस के समर्थक आमने-सामने आ गए थे। साउथ 24 परगना जिले के भांगर से ISF के विधायक नवसाद सिद्दीकी ने कहा कि जब हमारी पार्टी के कार्यकर्ता नामांकन दाखिल करने गए, तो उन्हें TMC के गुंडों ने पीटा।
CM ममता का शांतिपूर्वक नॉमिनेशन का दावा, गर्वनर बोले- हिंसा तो हुई है

पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने 16 जून को कहा था कि पंचायत चुनाव नॉमिनेशन शांतिपूर्वक हुआ। मगर दो दिन पहले हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करके लौटे गवर्नर सीवी आनंद बोस ने सोमवार को कहा- मैं CM के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। उनकी धारणा अलग हो सकती है। वह जनता द्वारा चुनी गई नेता हैं। मगर यह सच है कि कुछ इलाकों में हिंसा और झड़प हुई है। मैं वहां गया था, मैनें लोगों से बात की।