भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अब, ऐसा लगता है कि विपक्षी कांग्रेस को भाजपा पर मज़ाक उड़ाने का एक मुद्दा मिल गया है। भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश में न तो चीते सुरक्षित हैं, न महिलाएं और न ही आदिवासी समुदाय सुरक्षित हैं। इस साल होने वाले चुनाव को लेकर दोनों दल अपनी तौयारियों में जुटे हुए हैं। यही कारण है कि वार-पलटवार भी खूब हो रहा है।
पत्रकारों से बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि हर क्षेत्र में ”अराजकता” है। कुनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित चीते की हाल ही में हुई मौत के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “न तो चीता, न महिलाएं, न ही आदिवासी समुदाय यहां संरक्षित हैं। केवल ठेकेदारों और भ्रष्टाचारियों को संरक्षित किया जाता है।” उन्होंने अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि चाहे चीतों का मसला हो या आदिवासियों का, (सुरक्षा की) उचित व्यवस्था कहां है। यह देखकर बहुत दु:ख होता है कि मध्य प्रदेश को किस दिशा में घसीटा जा रहा है। इससे पहले मंगलवार (11 जुलाई) को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और नर चीता तेजस की मौत हो गई थी।
इसके साथ ही कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 2 दिन भी नहीं चला, कल कुछ घंटे सत्र चला और आज कुछ घंटे सत्र चला। हमारी मांग थी कि आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर स्थगन प्रस्ताव लाया जाए लेकिन शिवराज सरकार सदन में चर्चा के लिए ही तैयार नहीं है। महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार, सतपुड़ा भवन में हुए अग्निकांड, महंगाई, बेरोजगारी एवं पूरे प्रदेश में अव्यवस्था। शिवराज सरकार किसी भी चीज़ पर चर्चा करने को तैयार नहीं है।
