World News: इजराइल में 7 अक्टूबर को हुए हमास के आतंकी हमलों के बाद से युद्ध छिड़ गया है। इस जंग में अमेरिका खुलकर इजराइल के समर्थन में उतर गया है। युद्ध की आग अमेरिका में भी भड़कती नजर आ रही है।
दरअसल ए न्यूयॉर्क में कूपर यूनियन की एक लाइब्रेरी में यहूदी छात्रों के एक समूह ने उस वक्त शरण ली, जब प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने नारे लगाए। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रदर्शन में “फिलिस्तीन आजाद करो” के नारे लगाए गए। द टाइम्स ऑफ इज़राइल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जब छात्र लाइब्रेरी के अंदर थे तो प्रदर्शनकारी दरवाजे को पीटते रहे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
रिपोर्ट में न्यूयॉर्क पुलिस विभाग (एनवाईपीडी) का हवाला देते हुए कहा गया है कि यहूदी छात्रों को लाइब्रेरी से सुरक्षित निकाल लिया गया था। इजराइली सरकार के अनुसार, हमास के आतंकवादी हमलों में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे, जबकि 5,400 से अधिक लोग घायल हुए थे, द जेरूसलम पोस्ट ने बताया कि गाजा में आतंकवादियों ने 222 लोगों, ज्यादातर नागरिकों को बंधक बना रखा है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हवाई हमलों के कारण मंगलवार को कम से कम 704 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हमलों में 5,700 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से 2,300 नाबालिग हैं।
इजराइल ने भारत से किया ये आग्रह
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार को कहा कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। इजराइली राजदूत ने पत्रकारों से बातचीत में हमास के खिलाफ आतकंवाद-रोधी अभियानों में इजराइल का समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया। गिलोन ने कहा कि इजराइल ने सात अक्टूबर को हुए बर्बर हमले के बाद संबंधित भारतीय प्राधिकारियों से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को पहले भी उठाया जा चुका है।
भारत में यहूदी विरोधी भावना का कोई इतिहास नहीं
गिलोन ने प्रेस वार्ता में कहा, ‘हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं। ये दुनिया के लोकतंत्र हैं। ऐसा कहने के बाद…मुझे लगता है कि भारत द्वारा हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित करने का समय आ गया है।’ बुधवार को अमेरिकी यहूदी समिति (एजेसी) में भारतीय-यहूदी संबंधों के कार्यक्रम निदेशक निसिम रूबेन ने इजराइल के समर्थन में कांग्रेस की ब्रीफिंग में कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां यहूदी विरोधी भावना का कोई इतिहास नहीं है।